अपने ब्लॉग के EEAT को कैसे बेहतर करें? 9 टिप्स

अगर आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट को गूगल के सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERP) में टॉप पर रैंक करना चाहते हैं तो आपको ई-ई-ए-टी पर भी ध्यान देना चाहिए. तो आइए विस्तार से किसी भी ब्लॉग के EEAT को बेहतर करने का कुछ बेहतरीन तरीका जानते हैं.

टेक्नोलॉजी उसमें से भी खासकर सर्च इंजन की दुनिया में अपना सिक्का जमाने के बाद गूगल लगातार अपने प्लेटफार्म पर गलत सूचना फैलाने वालों से लड़ रहा है. इसका जिक्र उन्होंने अपने एक व्हाइट पेपर में भी किया था, और इस लड़ाई में E-E-A-T एक बहुत उपयोगी हथियार है.

इस पोस्ट में हमलोग ई-ई-ए-टी का मतलब और इसे बेहतर करने का तरीका जानेंगे, और अंत में इससे संबंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर (FAQs) भी देखेंगे.

EEAT किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग पर मौजूद कंटेंट की क्वालिटी जांचने के लिए गूगल द्वारा उपयोग किया जाने वाला एक फ्रेमवर्क है.

E-E-A-T का फुल फॉर्म Experience, Expertise, Authoritativeness और Trustworthiness होता है.

EEAT: Make this world better
EEAT: Make this world better

दरअसल गूगल अपने सभी सर्च क्वालिटी रेटर्स को एक विस्तृत सर्च क्वालिटी इवेलुएटर गाइडलाइन देता है, जिसके आधार पर वे Google SERP पर मौजूद पेज, उसके लेखक और उस वेबसाइट या ब्लॉग की क्वालिटी को जांच कर उसको उस हिसाब से प्राथमिकता देते हैं.

इसी सर्च क्वालिटी इवेलुएटर गाइडलाइन में ई-ई-ए-टी का भी विस्तृत विवरण दिया गया है, ये E-E-A-T सभी कंटेंट के लिए जरूरी होता है परंतु यह मेडिकल और फाइनेंस (YMYL) जैसे टॉपिक के लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है.

विस्तार से पढ़ें > EEAT क्या होता है और ये SEO के लिए क्यों इतना महत्वपूर्ण है

इन 9 तरीकों को अपनाकर आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट के ई-ई-ए-टी को सुधार सकते हैं.

1. अपनी पहचान ना छिपाएं

अपने ब्लॉग को अनाथ में छोड़े. आप उसके मालिक है तो यह सब (गूगल और यूजर) को बताएं ताकि अगर उस पर कुछ अच्छा हो तो लोग आपकी तारीफ कर सके और अगर बुरा हो तो उसको पता हो कि इसका जिम्मेदार कौन है.

गूगल के क्वालिटी रेटर्स गाइडलाइन का भी यही कहना है कि:

“यह समझना की वेबसाइट के लिए कौन जिम्मेदार है, अधिकांश प्रकार की वेबसाइटों के लिए ई-ई-ए-टी के आकलन करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हाई क्वालिटी वेब पेज में वेबसाइट के बारे में स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए ताकि उपयोगकर्ता साइट पर भरोसा करने में सहज महसूस करें”.

इसके लिए आपके ब्लॉग पर एक “हमारे बारे में (About us)” पेज होना ही चाहिए, जिसमे आप अपने ब्लॉग और अपने बारे में फोटो सहित संबंधित जानकारी दें.

इसके अलावा पोस्ट के ऊपर लेखक का नाम तथा पोस्ट के बाद नीचे ऑथर बॉक्स में लेखक का फोटो, नाम तथा उसका कुछ विवरण जरूर दें. कोशिश करें कि ऐसा विवरण ज्यादा हो जो उस विषय में उसका अनुभव (experience) और विशेषज्ञता साबित करता हो.

2. About us पेज को शानदार बनाएं

किसी भी ब्लॉग या उसके मालिक के बारे में जानकारी प्राप्त करने का सबसे अच्छी जगह है उसका अबाउट अस पेज. इसलिए इसको इतना शानदार बनाएं कि आप इससे विजिट करने वाले का विश्वास जीत ले.

इसमें आप अपने ब्लॉग के बारे में बता सकते हैं कि इस ब्लॉग को आप कब शुरू किए थे, इसे शुरू करने की पीछे आपका मकसद क्या है, और इसके जरिए आप किस तरह से लोगों की मदद करना चाहते हैं.

अगर आपका ब्लॉग किसी प्रसिद्ध न्यूज़ वेबसाइट, मैगजीन, आदि में फीचर हुआ हो या इसे कहीं से ईनाम मिला हुआ हो तो उसका भी जिक्र इस पेज पर करें.

अपने ब्लॉग के बारे में बताने के बाद आप अपने बारे में बता सकते हैं. इसके अंतर्गत आप अपना नाम, फोटो, शैक्षणिक योग्यता, अनुभव, अगर कोई ईनाम मिला हो तो वह और अगर किसी प्रसिद्ध पब्लिकेशन या वेबसाइट पर फीचर हुए हैं तो वह भी यहां बता दें.

पर एक बात सुनिश्चित करें कि यह सिर्फ परिचय होना चाहिए ना कि इतना लंबा कि ये आपकी आत्मकथा लगने लगे.

अपना परिचय देने के बाद आप अपने विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट्स का लिंक भी दे सकते हैं ताकि लोग उस पर विजिट करके आपके बारे में और जान सके.

एवं अंत में इस अबाउट अस पेज को ऐसी जगह लगाए के लोग आसानी से ढूंढ सके. ज्यादातर लोग इसे फुटर में लगाते हैं परंतु अगर आपको लगता है कि आपके ब्लॉग के लिए यह बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है तो इसे आप हेडर या प्रायमरी मेनू में भी लगा सकते हैं.

3. ब्लॉग पोस्ट में अपनी राय, अनुभव और सुझाव भी दें

बहुत से महानुभाव ब्लॉग पोस्ट लिखने के लिए एआई राइटिंग टूल्स का इस्तेमाल करते हैं, और वहां से कंटेंट लिखवाने के बाद बिना उसे देखे हुए अपने ब्लॉग पर पब्लिश कर देते हैं. फिर ये उम्मीद लगाके बैठे रहते हैं कि मेरा कंटेंट एक न एक दिन जरूर रैंक करेगा.

आप अपने दिल पर हाथ रखकर बताइए क्या आपको लगता है कि ऐसा कंटेंट रैंक करना चाहिए? नहीं ना!

गूगल को भी ऐसा ही लगता है. यही बात समझाने के लिए उसने इससे संबंधित गाइडलाइंस भी जारी किया है और इस एआई कंटेंट के बाढ़ को रोकने के लिए उसने हेल्पफुल कंटेंट अपडेट (HCU) के नाम से बहुत सारी अपडेट भी लाए हैं.

Robot Typing on keyboard
Robot Typing on keyboard

इस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे मतलबी दौर में हम लोगों का आदमी बने रहना और भी जरूरी हो गया है. जहां लोग ज्यादा से ज्यादा एआई जेनरेटेड कंटेंट पब्लिश करके खूब पैसा कमाना चाहते हैं तो वहीं आपको उपयोगी कंटेंट पब्लिश करके लोगों के फायदा के बारे में भी सोचना चाहिए.

आप भी चाहे बेशक एआई से कंटेंट लिखवाएं परंतु उसमें आपको अपनी राय, सुझाव एवं अनुभव भी साझा करनी चाहिए ताकि लोगों को हकीकत में फायदा हो, वह आपसे जुड़ सके और आप पर विश्वास कर सके.

4. किसी एक्सपर्ट लेखक से कंटेंट लिखवाएं

पहले ब्लॉग सिर्फ एक ऑनलाइन डायरी की तरह होता था जिस पर लोग 200 से 300 शब्द का अपने बारे में छोटा सा पोस्ट शेयर करते थे. परंतु अब ये बिजनेस बन चुका है.

अब लोग इतना लंबा लंबा आर्टिकल पब्लिश करते हैं कि अगर उसको प्रिंट किया जाए तो वह पूरी एक किताब बन जाएगी.

बहुत से लोग ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में ब्लॉगिंग के लिए ऐसा विषय चुन लेते हैं जिसमें उनको ना तो अनुभव होता है और ना ही विशेषज्ञता. तो अगर आप ऐसे में खुद से आर्टिकल लिखकर पब्लिश करते हैं तो आपके ब्लॉग ई-ई-ए-टी के फ्रेमवर्क पर खड़ा नहीं उतर पाएगा.

अपने ब्लॉग के विषय से संबंधित एक्सपर्ट लेखक आपको Fiverr, Upwork, जैसे फ्रीलांस प्लेटफॉर्म, संबंधित फेसबुक ग्रुप या Medium जैसे ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर मिल जाएंगे.

चुने हुए लेखक का आप अपने ब्लॉग पर ऑथर प्रोफाइल बना दे, उसका एक खास ऑथर पेज बना ले जिस पर की उसका अनुभव एवं विशेषज्ञता (expertise) के बारे में विस्तार से बताया गया हो एवं उनके द्वारा लिखे गए सभी पोस्ट के अंत में एक ऑथर बॉक्स लगा दे जहां इसका संक्षिप्त परिचय हो.

5. विशेषज्ञों के साथ सहयोग करें

आपने अक्सर न्यूज वेबसाइट पर देखा होगा कि उसके पोस्ट में जहां जरूरत होती है वहां उससे संबंधित विशेषज्ञ की राय दी होती है. जैसे फलाने डॉक्टर का यह कहना, ढिमकाने डिजिटल एक्सपर्ट का यह मानना है, आदि.

इसी तरह आप भी अपने पोस्ट में संबंधित एक्सपर्ट की राय रख सकते हैं. इसके लिए आप उससे ईमेल या सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क करके अपना इरादा ईमानदारी से बता दें.

अगर आप प्रसिद्ध नहीं है तो ज्यादा चांस है की ज्यादातर लोग आपके इमेल या मैसेज को नजर अंदाज कर दें. इसलिए आप ज्यादा से ज्यादा लोगों को संपर्क करें और उस संपर्क संदेश में उसके भी फायदे की बात करें. जैसे की:

  • आपकी वेबसाइट को इस पोस्ट से बैंकलिंक दिया जाएगा.
  • आप आपने नए कोर्स या किताब के बारे में वहां बता सकते है.
  • आपके नाम के साथ आपके सोशल मीडिया अकाउंट का भी जिक्र किया जाएगा, आदि.

इस प्रक्रिया से अगर आपको एक ही विषय पर बहुत लोगों की राय मिल जाती है तो आप उन सबको मिलाकर अपने ब्लॉग पर एक राउंडअप पोस्ट भी लिख सकते हैं.

6. किसी एक खास टॉपिक पर ही फोकस करें

अगर आज अपने ब्लॉग पर सिविल सेवा परीक्षा की जानकारी दे रहे हैं, कल एफिलिएट मार्केटिंग के टिप्स दे रहे हैं, परसों योगा करने का तरीका बता रहे हैं, तो ऐसे में आपके ब्लॉग पर कौन विश्वास करेगा, फिर इस पर ई-ई-ए-टी स्थापित करने का तो सपना ही छोड़ दीजिए.

इसलिए E-E-A-T स्थापित करने के लिए ये जरूरी है कि किसी एक विषय (जैसे टेक्नोलॉजी) पर ही कंटेंट पब्लिश करें, उसमें भी जितना खास हो सकता हो उसे उतना खास (जैसे एंड्रॉयड फोन) रखने की कोशिश करें.

7. विश्वसनीय स्रोत को लिंक करें

किसी भी ब्लॉग के EEAT को बढ़ाने का यह सबसे आसान तरीका है. जब कभी भी आप कोई ब्लॉग पोस्ट लिखें तो उसमें आप जहां से आंकड़ा या फैक्ट लाए हैं, उसको लिंक दे.

इससे आपके पाठको और सर्च इंजन दोनों को आपका ब्लॉग विश्वसनीय लगेगा. इसके अलावा जो पाठक उस बारे में अधिक जानना चाहते हैं वह उस लिंक पर क्लिक करके विस्तार से जान सकते हैं.

8. अच्छी क्वालिटी का बैकलिंक प्राप्त करें

यह सबको पता है कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) में बैकलिंक कितना महत्वपूर्ण है, और ये इतना ही महत्वपूर्ण ई-ई-ए-टी को बढ़ाने में भी है.

एक बहुत बड़ी एसईओ एक्सपर्ट मैरी हंस का तो यहां तक कहना की: “E-E-A-T बड़े पैमाने पर लिंक पर ही आधारित है”.

पर यहां लिंक से मुराद अच्छी क्वालिटी का लिंक है, ये नहीं के आप बैकलिंक प्राप्त करने के चक्कर में सबके कमेंट में स्पैम करने लगे, विभिन्न फॉर्म पर जाकर लिंक ठूंसे या किसी लिंक फॉर्म से थोक में लिंक खरीद लें.

अच्छी क्वालिटी का बैकलिंक प्राप्त करने के लिए आप अपने ब्लॉग पर विस्तृत कैसे स्टडीज पब्लिश करें, संबंधित ब्लॉग पर गेस्ट पोस्ट करें एवं मीडिया आउटलेट से लिंक लेने के लिए आप किसी अच्छे पब्लिक रिलेशन (PR) फर्म से संपर्क कर सकते हैं.

9. पुराने पोस्ट को अपडेट या डिलीट करें

अपने ब्लॉग पर हाई क्वालिटी का नया कंटेंट पब्लिश करना बहुत जरूरी है, पर इसका मतलब यह नहीं है कि पब्लिश करने के बाद भूल उसको बिलकुल भूल ही जाए.

समय के साथ-साथ बहुत कुछ बदलता है, आपका पोस्ट भी बदलना चाहिए. हो सकता है कि आपने अपने किसी पोस्ट में Google+ के बारे में बात किया हो, पर इसका अब कोई तुक ही नहीं बनता है.

ब्लॉग पोस्ट को अपडेट करने से संबंधित कुछ टिप्स

  • फैक्ट और आंकड़े की जांच कर लें
  • ब्रोकन लिंक देखकर उसको बदल दें
  • पेज एक्सपीरियंस बढ़ाने का मौका ढूंढे
  • संबंधित नया फोटो और वीडियो लगाएं
  • जरूरत महसूस होने पर पोस्ट के टाइटल को बदल दें

इसके अलावा अगर कोई पोस्ट लगे की पूरी तरह से आउटडेटेड हो गया है तो उसे डिलीट करके संबंधित पोस्ट पर रीडायरेक्ट कर दें.

उम्मीद है कि आपको ये पोस्ट पसंद आया होगा. ब्लॉग के EEAT को बेहतर करने से संबंधित अगर आपका कोई प्रश्न है तो कॉमेंट में जरूर पूछें एवं इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें.

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